रेलवे के तत्काल टिकटों में फिर से जालसाज गिरोह सक्रिय
सिर्फ साढ़े 300 रुपये में मिल रही आधार की जानकारी
By Aditya
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1 जुलाई से तत्काल टिकट बुक करने के नियम बदल गए हैं। नए नियमों के अनुसार, बिना आधार नंबर वेरिफिकेशन के तत्काल टिकट बुक नहीं किए जा सकेंगे। हालांकि, आरोप है कि नियम में बदलाव की शुरुआत में ही धोखाधड़ी का जाल बिछा दिया गया है।
निज संवाददाता। 1 जुलाई से तत्काल टिकट बुक करने के नियम बदल गए हैं। नए नियमों के अनुसार, बिना आधार नंबर वेरिफिकेशन के तत्काल टिकट बुक नहीं किए जा सकेंगे। हालांकि, आरोप है कि नियम में बदलाव की शुरुआत में ही धोखाधड़ी का जाल बिछा दिया गया है। आधार नंबर कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन बेच सकता है। अब उस नंबर को डालकर बिना किसी बाधा के तत्काल टिकट बुक किए जा रहे हैं। पता चला है कि मुख्य रूप से एजेंट इस आधार आईडी को खरीदकर तत्काल टिकट बुक कर रहे हैं। कोलकाता और आसपास के जिलों में इस गिरोह के सक्रिय होने का आरोप है।
रेलवे सूत्रों के अनुसार, टेलीग्राम और व्हाट्सएप ग्रुप में आधार नंबर बेचे जा रहे हैं। पैसे देकर आधार से जुड़ी सभी जानकारी मिल जाती है। 40 से अधिक व्हाट्सएप और टेलीग्राम ग्रुप पहले ही मिल चुके हैं। इन टिकटों की ऑनलाइन कालाबाजारी भी चल रही है। यात्रियों का कहना है कि एक-दो दिन तत्काल टिकट मिलने के बाद भी अब यही समस्या आ रही है। पूर्व रेलवे के आरपीएफ आईजी अमियनंदन सिन्हा ने कहा कि हमें अभी तक ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है। हालांकि, आधार धोखाधड़ी कोई नया मामला नहीं है, संबंधित विभाग इस पर जरूर गौर करेगा। हमारा आईटी विभाग इस मामले पर नजर रखेगा। हाल ही में रेल मंत्रालय की ओर से एक नया नियम लाया गया है, जिसमें कहा गया है कि IRCTC की वेबसाइट या ऐप से तत्काल टिकट बुक करते समय आधार कार्ड नंबर देना अनिवार्य है। सिस्टम लागू होने के बाद से देखा जा रहा है कि जिस तरह इन सोशल मीडिया हैंडल पर आधार नंबर बेचे जा रहे हैं, उसी तरह IRCTC आईडी भी बेची जा रही हैं। आधार वेरिफाइड IRCTC आईडी खरीदने के लिए 350-360 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। इस आईडी को खरीदकर और अकाउंट में लॉग इन करके आप आसानी से OTP का इस्तेमाल करके तत्काल टिकट बुक कर सकते हैं। इसके अलावा, जालसाजों ने फास्ट तत्काल बुकिंग नाम से एक सॉफ्टवेयर भी बनाया है। जहां 'बॉट' अपने आप ब्राउज़र में सारी जानकारी भर देता है। इसके बाद एक क्लिक पर टिकट बुक हो जाती है। इस बॉट सॉफ्टवेयर की कीमत 999 रुपये से लेकर 5000 रुपये तक है। इसका मतलब यह है कि अगर टिकट बुकिंग एजेंट एक बार इस बॉट को खरीद लेते हैं, तो वे आसानी से तुरंत टिकट बुक कर सकते हैं।
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