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धर्म संस्कृति
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देव दीपावली : आलोक, आस्था और आध्यात्मिक एकता का प्रतीक
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By Gambheer Samachar
निज संवाददाता : कार्तिक पूर्णिमा की चांदनी रात में जब गंगा तट पर असंख्य दीपक जल उठते हैं तब ऐसा लगता है मानो देवता स्वयं पृथ्वी पर उतर आए हों। यही वह दिन है जिसे हम देव दीपावली के नाम...
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पुरी श्रीमंदिर की सांस्कृतिक एवं तकनीकी संयुक्त समिति की पहली बैठक संपन्न
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By Gambheer Samachar
निज संवाददाता : श्रीजगन्नाथ धाम की पवित्रता और वैभव को और बढ़ाने के उद्देश्य से पुरी श्रीमंदिर की सांस्कृतिक एवं तकनीकी संयुक्त समिति की पहली बैठक पिछले दिनों आयोजित की गई। बैठक में मंदिर के आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और धार्मिक पहलुओं...
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कब है शरद पूर्णिमा, क्या करते हैं इस दिन?
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By Gambheer Samachar
अश्विन माह की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहते हैं। इसे कोजागरी पूर्णिमा, रास पूर्णिमा तथा कोजागरी लक्ष्मी पूजा भी कहते हैं। वर्ष 2025 में शरद पूर्णिमा 6 अक्टूबर, दिन सोमवार को मनाई जा रही है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, शरद...
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शक्ति उपासना का प्रमुख केंद्र है पटनदेवी मंदिर
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By Gambheer Samachar
निज संवाददाता : बिहार की राजधानी पटना में स्थित पटन देवी मंदिर को शक्ति उपासना का प्रमुख केंद्र माना जाता है। बिहार की राजधानी पटना के गुलजार बाग इलाके में स्थित बड़ी पटन देवी मंदिर परिसर में काले पत्थर की...
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मारवाड़ी सम्मेलन का दो दिवसीय शरदोत्सव डांडिया का आयोजन
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By Gambheer Samachar
कोलकाता: अंतरराष्ट्रीय मारवाड़ी सम्मेलन द्वारा सॉल्ट लेक स्टेडियम के स्टेडल होटल में अष्टमी,नवमी (30 सितंबर और 1 अक्टूबर) को दो दिवसीय शरदोत्सव डांडिया का आयोजन किया गया है।
ये जानकारी देते हुए सम्मेलन के अध्यक्ष , पू.विधायक दिनेश बजाज,उपाध्यक्ष...
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नवरात्रि के पहले दिन करें मां शैलपुत्री की पूजा
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By Gambheer Samachar
आज नवरात्रि के पहले दिन देवी भगवती के 9 स्वरूपों में पहली शक्ति मा शैलपुत्री की पूजा की जाती है. देवी शैलपुत्री हिमालय की पुत्री हैं. हिंदू मान्यता के अनुसार देवी दुर्गा के शैलपुत्री स्वरूप ने देवासुर संग्राम के पहले...
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इंदिरा एकादशी पर आज कर लें ये काम, पापों का होगा क्षय
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By Aditya
आज 17 सितंबर 2025 को इंदिरा एकादशी का व्रत रखा गया है. व्रत-पूजन के साथ ही इस दिन कुछ कार्य करने से भगवान विष्णु की कृपा से पुण्य की प्राप्ति होती है और पापों का क्षय होता है.
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16 सितंबर मंगलवार के शुभ योग, और किन राशियों के लिए है भाग्यशाली ?
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By Aditya
इस दिन दशमी तिथि का श्रा्द्ध है.16 सितंबर का शुभ मुहूर्त, नक्षत्र, योग, राहुकाल, ग्रहों की स्थिति. जानें क्या करें, क्या न करें, सूर्य-चंद्र उदय कब होगा.
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पितृपक्ष और महालया का महत्व
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By Ajay Kumar Mohta
बंगाल के जीवन में महालया एक अत्यंत गहन और महत्त्वपूर्ण दिन है। प्रातःकाल के अंधकार को भेदकर जब रेडियो पर बीरेन्द्रकृष्ण भद्र की आवाज़ में चंडीपाठ गूंजता है तब हर घर देवीपक्ष के आगमन का अनुभव करता है। परंतु महालया का महत्त्व केवल देवीपक्ष की शुरुआत तक सीमित नहीं है— इस दिन पितृपक्ष का समापन होता है और यह पूर्वजों के लिए तर्पण और श्राद्ध करने का सर्वाधिक पुण्यमय समय माना जाता है।
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पितृ पक्ष 2025: 13 सितंबर को षष्ठी और सप्तमी का श्राद्ध एक साथ, जानिए पूरा कैलेंडर
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By Aditya
वर्ष 2025 में पितृ पक्ष 7 सितंबर से 21 सितंबर तक मनाया जाएगा। इस दौरान पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध, पिंडदान और तर्पण किए जाते हैं। खास बात यह है कि इस बार 13 सितंबर को षष्ठी और सप्तमी दोनों का श्राद्ध एक ही दिन होगा।
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रविवार को लगेगा चंद्र ग्रहण, 12 बजे से सूतक काल
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By Aditya
भादो पूर्णिमा पर 07 सितंबर, रविवार को चंद्र ग्रहण लगेगा. गणना अनुसार चंद्र ग्रहण रात 9:56 बजे से आरंभ होकर 1:28 बजे तक रहेगा. वहीं सूतक काल दोपहर 12:19 बजे से शुरू होगा, जो ग्रहण की समाप्ति तक रहेगा.
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हिंदू धर्म में रात में क्यों नहीं होता अंतिम संस्कार? गरुड़ पुराण में छिपा है इसका रहस्य!
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By Aditya
हिंदू धर्म में जब कभी भी किसी की मृत्यु होती है, तो उसका दाह संस्कार हमेशा सूर्यास्त से पहले ही किया जाता है. लेकिन सूर्यास्त के बाद दाह संस्कार करने की मनाही क्यों होती है?
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