केंद्र से बकाया की मांग को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया
निज संवाददाता : मोदी सरकार की भेदभाव वाली नीतियों की वजह से बंगाल अनदेखी का शिकार है। केंद्र ने 100 दिन काम और आवास योजना समेत कई परियोजनाओं के लिए 2 लाख करोड़ रुपये रोक रखा हैं। इसके विरोध में तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने बुधवार को संसद परिसर में बड़ा विरोध प्रदर्शन किया। तृणमूल सांसद शताब्दी रॉय, काकोली घोष दस्तीदार, जून माल्या और दूसरे सांसद आज हाथों में प्लेकार्ड लेकर विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।
मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नवान्न से राज्य के 15 साल के डेवलपमेंट रिकॉर्ड को रेखांकित करते हुए बंगाल की अनदेखी का मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा था-केंद्र जीएसटी की वजह से राज्य का पैसा भी ले रहा है। राज्य का करीब 2 लाख करोड़ रुपये रुका हुआ है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने उन क्षेत्रों का भी विस्तृत ब्यौरा दिया जिनमें राज्य का पैसा रोका गया है। इसके बाद बुधवार को संसद परिसर में तृणमूल सांसद गुस्से वाले मूड में दिखे। काली तख्तियां लेकर तृणमूल सांसदों ने भाजपा सरकार के खिलाफ 'धिक्कार' के नारे लगाए। आरोप लगाया गया कि केंद्र ने राज्य का 2 लाख करोड़ रुपये का बकाया रोक रखा है। मोदी सरकार को तुरंत बकाया चुकाना चाहिए। इसके साथ ही, तृणमूल बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा बुलाई गई इंडिया गठबंधन की बैठक में शामिल हुई। इस बैठक में शीतकालीन सत्र के लिए विपक्ष की रणनीति पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक के बाद इंडिया गठबंधन के नेताओं ने नए श्रम कानून के खिलाफ संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन में सोनिया गांधी, राहुल गांधी के साथ तृणमूल की ओर से मल्लिकार्जुन खड़गे, सांसद माला रॉय और राज्यसभा सांसद डोला सेन मौजूद थीं।
