हर्शेल ने सिद्ध किया हर व्यक्ति के उंगलियों की लकीरें अलग-अलग होती हैं
जेम्स हर्शेल न होते तो कौन कहता लगाओ अंगूठा
वह इसलिए कि 28 जुलाई 1858 को जन्मे हर्शेल ने ही पहली बार यह सिद्ध किया कि हर व्यक्ति के हाथों की उंगलियों की लकीरें अलग-अलग होती हैं। सर विलियम जेम्स हर्शेल ने सबसे पहले हस्ताक्षर की बजाय उंगलियों की छाप को पहचान का बेहतर माध्यम करार दिया।
उनका कहना था कि हाथ से लिखे शब्दों की नकल तो कोई भी कर सकता है, लेकिन हर इनसान की उंगलियों की छाप एक-दूसरे से अलग होती है और उसकी नकल कोई नहीं कर सकता। यही वजह है कि आज इसे (फिंगर प्रिंट) पहचान के सबसे सशक्त माध्यम के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।
Related Posts
About The Author

करीबन तेरह वर्ष पहले हमने अपनी यात्रा शुरू की थी। पाक्षिक के रूप में गंभीर समाचार ने तब से लेकर अब तक एक लंबा रास्ता तय किया। इस दौरान राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई तरह के परिवर्तन घटित हो चुके हैं जिनका हमारे जीवन पर काफी प्रभाव पड़ा। इसी तरह पत्रकारिता के क्षेत्र में भी कई उतार-चढ़ाव आए हैं। सोशल व डिजिटल मीडिया के इस दौर में प्रिट में छपने वाले अखबारों व पत्रिकाओं पर संकट गहरा रहे हैं। बावजूद इसके हमारा मानना है कि प्रिंट मीडिया की अहमियत कम नहीं हुई है। और इसी विश्वास के साथ हमने अपनी निरंतरता जारी रखी है। अब हम फिर से नए कलेवर व मिजाज के साथ आपके सामने हाजिर हुए हैं।