बुजुर्ग महिला की जल रही थी चिता, अचानक गिरा 100 साल पुराना पेड़ एक की मौत और कई घायल
शहर के खैगावड़ा में एक दुखद घटना हुई। एक बुजुर्ग महिला के अंतिम संस्कार के दौरान, श्मशान घाट में एक विशाल पेड़ गिरने से एक युवक की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। यह घटना मंगलवार शाम को हुई।
खंडवा: शहर के खैगावड़ा में एक दुखद घटना हुई। एक बुजुर्ग महिला के अंतिम संस्कार के दौरान, श्मशान घाट में एक विशाल पेड़ गिरने से एक युवक की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। यह घटना मंगलवार शाम को हुई। गोपी बाई नामक एक बुजुर्ग महिला के निधन के बाद गांव वाले उनके अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट गए। मुखाग्नि देने के बाद, वे एक पुराने पेड़ के नीचे बैठकर शव जलने का इंतजार कर रहे थे। तभी अचानक वह विशाल पेड़ टूटकर गिर गया।
पेड़ के नीचे बैठे कई लोग दब गए। इस घटना में हीरालाल पटेल नाम के एक युवक की मौत हो गई। आधा दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। हीरालाल पटेल बुरी तरह से घायल हो गए थे। लोगों ने उन्हें बाहर निकाला और अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
हीरालाल पटेल सिलोदा गांव के रहने वाले थे। वे अपने रिश्तेदार के अंतिम संस्कार में शामिल होने गए थे। उनकी मौत की खबर सुनकर गांव में मातम छा गया। अस्पताल में ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।जिस युवक की श्मशान घाट में मौत हुई, उसने मंगलवार दोपहर को ही अपने गांव सिलोदा में सरपंच पद के लिए मतदान किया था। उन्होंने ग्रामीणों से भी मतदान करने की अपील की थी।
खेगावड़ा श्मशान घाट में जो पेड़ गिरा, वह 100 साल से भी ज्यादा पुराना था। ग्रामीणों का कहना है कि उस समय न तो हवा चल रही थी, न ही आंधी आई थी और न ही कोई तूफान था। फिर भी यह पेड़ अचानक कैसे टूट गया, यह एक बड़ा सवाल है।