बांग्लादेश की जेल में बंद नौ महीने की गर्भवती सुनाली को कोर्ट से मिली जमानत
जल्द लौटना चाहती है बंगाल स्थित अपने घर
निज संवाददाता : बांग्लादेश की जेल से नौ महीने की गर्भवती सुनाली और उसके परिवार को जमानत मिल गई है। लेकिन अभी भी वे पश्चिम बंगाल के अपने घर से बहुत दूर फंसे हुए हैं। यह परिवार सोमवार शाम को चापाई नवाबगंज जेल से रिहा हुआ। उन्हें जून में दिल्ली में अवैध अप्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान पकड़ा गया था।
मालूम हो कि 26 वर्षीय सुनाली खातून नौ महीने की गर्भवती हैं और वह अपने पति दानिश शेख और आठ साल के बेटे शबीर के साथ पिछले कुछ महीनों से बांग्लादेश की जेल में बंद थी। उन्होंने फोन पर बताया कि उनकी तबीयत ठीक नहीं लग रही और उन्हें घर जाना है। चापाई नवाबगंज की एक कोर्ट ने इस परिवार और तीन अन्य लोगों को जमानत दी। इनमें सुनाली की चचेरी बहन स्वीटी बीवी और स्वीटी के दो नाबालिग बेटे भी शामिल थे। इन सभी को जून में दिल्ली में अवैध अप्रवासियों के खिलाफ हुई कार्रवाई में पकड़ा गया था। कोर्ट ने उन्हें वापस भेजने के बारे में कोई निर्देश नहीं दिया।
बीरभूम के सामाजिक कार्यकर्ता शेख मोफिजुल इस ग्रुप की मदद कर रहे हैं। उन्होंने उनके लिए बांग्लादेश में एक किराए का कमरा दिलवाया है। उन्होंने बताया कि कोर्ट ने उसकी गंभीर गर्भावस्था को देखते हुए जमानत दी है। लेकिन जेल से छूटने के कुछ घंटों बाद सुनाली ने बताया कि पुलिस ने उन्हें रात 9:30 बजे फिर से थाने में रिपोर्ट करने को कहा। सुनाली ने बताया कि उन्हें पता नहीं है कि पुलिसवाले उनसे क्यों बात करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वे बस जल्द से जल्द घर जाना चाहती हैं।
