एक ही फुटबॉल मैच में सबसे अधिक राष्ट्रीयताओं के प्रतिनिधित्व के लिए
फीफा ने बनाया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड
शुभ्रांशु राय
एक ही फुटबॉल मैच में सबसे अधिक राष्ट्रीयताओं के प्रतिनिधित्व का नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बन गया है। 68 देशों के खिलाड़ियों ने इस ऐतिहासिक मैच में हिस्सा लिया — हर खिलाड़ी ने मैदान पर उतरकर कम से कम 10 मिनट तक खेला। यह मैच मोरक्को के साले स्थित मोहम्मद VI फुटबॉल कॉम्प्लेक्स में फीफा के कर्मचारियों के बीच खेला गया। इसने 2019 में इक्वल प्लेइंग फील्ड (EPF) द्वारा बनाए गए 53 राष्ट्रीयताओं के पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
अज़रबैजान के फीफा चीफ मेंबर एसोसिएशंस डिवीजन ऑफिसर एलखान मामेदोव भी इस मैच में शामिल थे। उन्होंने कहा,
“68 राष्ट्रीयताओं को एक ही मैदान पर देखकर और फीफा द्वारा नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनते देखना बेहद प्रेरणादायक है। यह क्षण खूबसूरती से फीफा की उस दृष्टि को दर्शाता है जो फुटबॉल के माध्यम से दुनिया को एकजुट करना चाहती है। यह फुटबॉल के प्रति वैश्विक जुनून और विविधता को उजागर करता है, जिससे हमारा संकल्प और मजबूत होता है कि हम इस खेल को हर व्यक्ति और हर जगह तक पहुंचाएँ।”
फीफा की यह नई उपलब्धि एक बार फिर साबित करती है कि फुटबॉल में लोगों को एकजुट करने की शक्ति है — चाहे उनकी राष्ट्रीयता, भाषा या संस्कृति कोई भी हो। फीफा के हेड ऑफ डेवलपमेंट प्रोग्राम्स, जिम्बाब्वे के सोलोमन मुदेजे ने कहा,

“इसका मूल विचार यह था कि हम अपनी विविधता का जश्न मनाने के लिए कुछ अलग कर सकते हैं।”
भारत की ओर से प्रिंस रूफस ने भाग लिया — जो एक युवा और ऊर्जावान खेल प्रशासक हैं तथा फुटबॉल प्रशासन में दो दशकों से अधिक का अनुभव रखते हैं। उन्होंने कहा,
“मैं फीफा की उस टीम का हिस्सा था जिसने पिछला गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ा। 3 घंटे लंबा 11 बनाम 11 का मैच फुल-साइज़ मैदान पर 69 विभिन्न राष्ट्रीयताओं के खिलाड़ियों के साथ खेला गया। भारत से प्रतिनिधि के रूप में शामिल होकर मुझे बेहद गर्व हुआ।”
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की वरिष्ठ निर्णायक जोऐन ब्रेंट ने कहा,
“फीफा ने अपने प्रयास में सफलता हासिल की और एक शानदार रिकॉर्ड को लक्ष्य बनाया। उनकी वैश्विक टीम कई देशों और पृष्ठभूमियों के लोगों से बनी है, और यह रिकॉर्ड इस बात का प्रतीक है कि फुटबॉल सबसे अच्छा क्या करता है — लोगों को एकजुट करना। यह उपलब्धि फीफा की अद्भुत विविधता और फुटबॉल की वैश्विक भावना का सशक्त प्रदर्शन है।”
