आईआईटी खड़गपुर में फिर एक छात्र की मौत

मध्य प्रदेश के चंद्रजीत पवार की मौत से गहराया रहस्य

आईआईटी खड़गपुर में फिर एक छात्र की मौत

खड़गपुर के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में फिर एक छात्र की मौत की घटना घटी है। इस छात्र की कैंपस में मौत हो गई। वह इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्र दूसरे वर्ष का छात्र था।

निज संवाददाता : खड़गपुर के  भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में फिर एक छात्र की मौत की घटना घटी है। इस छात्र की कैंपस में मौत हो गई। वह इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्र दूसरे वर्ष का छात्र था। छात्र की पहचान चंद्रदीप पवार के रूप में हुई है, जो सोमवार रात मृत पाया गया। पिछले चार दिनों में संस्थान के किसी छात्र की परिसर में मौत की यह दूसरी घटना है। इससे पहले 18 जुलाई को रीतम मंडल का शव उसके हॉस्टल के कमरे में संदिग्ध हालत में मिला था। वह मैकेनिकल इंजीनियरिंग के चौथे साल का छात्र था।
संस्थान के अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस को बताया कि सोमवार रात खाना खाने के बाद छात्र ने डॉक्टर की सलाह पर एक दवाई खाई। स्थानीय पुलिस सूत्रों के अनुसार, दवाई उसके गले की नली (श्वासनली) में फंस गई, जिससे उसकी मौत हो गई।
मध्य प्रदेश  निवासी चंद्रदीप पवार को आईआईटी खड़गपुर परिसर के एक अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पवार के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतक छात्र के परिजनों को सोमवार रात ही सूचना दे दी गई थी और वे मंगलवार सुबह खड़गपुर पहुंच गए। संस्थान से संबंधित एक शख्स ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से पवार मानसिक दबाव में था।
चंद्रदीप के पिता जय राम पवार मध्य प्रदेश से कोलकाता  पहुंचे। वह एक सेवानिवृत्त रेलवे कर्मचारी हैं। वह खुद पिछले एक साल से कैंसर से पीड़ित हैं। उन्होंने बताया कि उनका बड़ा बेटा विकलांग है। जयराम ने कहा-'उसने एक टैबलेट ली थी। मैंने उससे शाम करीब 6 बजे और फिर रात 9।15 बजे बात की। तब तक सब ठीक था। दवाएं हल्की खांसी और सर्दी के लिए दी गई थीं। उसे कोई और बीमारी नहीं थी। हमें रात 11 बजे फोन आया, और हमने डॉक्टर से भी फोन पर बात की। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।'  उन्होंने आगे कहा कि अभी तक मुझे किसी से कोई शिकायत नहीं है।
आईआईटी  खड़गपुर ने भी इस घटना के बारे में एक मेडिकल बुलेटिन जारी किया। बुलेटिन में लिखा कि चंद्रदीप पवार (241E10018)  को उनके रूममेट और दोस्तों द्वारा 21 जुलाई को रात 10.20 बजे बी. सी. रॉय टेक्नोलॉजी अस्पताल के इमरजेंसी रूम में लाया गया था। उन्हें टैबलेट लेने के बाद अचानक सांस लेने में तकलीफ हुई और बीसी रॉय टेक्नोलॉजी अस्पताल जाते समय वे गिर गए। जब उन्हें ईआर  में लाया गया, तो उनकी नब्ज नहीं चल रही थी, बीपी  रिकॉर्ड नहीं हो रहा था, और शरीर का रंग नीला पड़ गया था। तुरंत सीपीआर  शुरू किया गया, और जीवन रक्षक दवाएं दी गईं।
गौरतलब है कि आईआईटी खड़गपुर में परिसर के भीतर अप्राकृतिक मौत का यह पांचवां मामला है। इससे पहले, 18 जुलाई को रीतम मंडल की मौत हुई थी। 18 जुलाई को रीतम मंडल की मौत हुई थी। 12 जनवरी को तीसरे साल के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्र शौन मलिक ने आत्महत्या कर ली थी। 20 अप्रैल को महाराष्ट्र के अनिकेत वॉकर, जो फाइनल ईयर ओशन इंजीनियरिंग के छात्र थे, हॉस्टल में फांसी पर लटके मिले थे। 4 मई को बिहार के मोहम्मद आसिफ क़मर, जो तीसरे साल के बीटेक के छात्र थे, हॉस्टल के कमरे में मृत पाए गए थे।

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