डायमंड हार्बर में केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार के खिलाफ लगे ‘गो बैक’ के नारे
निज संवाददाता : तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी के लोकसभा केंद्र डायमंड हॉर्बर में केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार के खिलाफ गो बैक के नारे लगे। उनके काफिला के सामने विरोध प्रदर्शन किया गया। सुकांत मजूमदार अभिषेक बनर्जी के लोकसभा केंद्र डायमंड हार्बर में पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने जा रहे थे। कथित तौर पर सरसिया के पास टीएमसी समर्थकों ने उन पर हमला किया।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, इस हफ्ते की शुरुआत में इलाके में विजय रैली निकालने के दौरान हुई झड़पों में करीब एक दर्जन बीजेपी कार्यकर्ता घायल हो गए थे। घायलों का एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा है, जैसे ही सुकांत मजूमदार का काफिला दोपहर बाद सरिसा में घुसा, युवाओं के एक समूह ने उनकी गाड़ियों को घेर लिया, नारे लगाए और बीजेपी के सीनियर नेतृत्व पर अनदेखी का आरोप लगाया।
कुछ प्रदर्शनकारियों को यह कहते सुना गया-हम पर हमले होते हैं, लेकिन नेता सिर्फ स्टेज से भाषण देते हैं। नारे लगाने वालों ने खुद को बीजेपी का कार्यकर्ता बताया और लोकल नेताओं पर बेपरवाही का आरोप लगाया। वहीं, केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री मजूमदार ने रुकावट डालने के लिए सीधे तौर पर सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया।
मजूमदार ने आरोप लगाया-यह पहली बार नहीं है जब डायमंड हार्बर में मुझे रोकने की कोशिश की गई है। टीएमसी की धमकी से मैं नहीं डरता। पूरा विरोध प्लान किया गया था। बंगाल में कोई लॉ एंड ऑर्डर नहीं है।
उन्होंने कहा-अगर हम जम्मू-कश्मीर में हालात को शांत कर सकते हैं, तो मैं यहां भी कर सकता हूं। उनके इस बयान से सियासत गरमा गई। टीएमसी मंत्री के आरोपों का मजाक उड़ाया और जोर देकर कहा कि जिन लोगों ने केंद्रीय मंत्री का काफिला रोका, वे “नाराज भाजपा कार्यकर्ता” थे।
टीएमसी के एक जिला पदाधिकारी ने कहा-यह पूरी तरह से उनका अंदरूनी झगड़ा है। विरोध करने वाले बीजेपी के निचले तबके के कैडर थे। डायमंड हार्बर में इसका संगठन सालों से टूटा हुआ है।
पुलिस के दखल देने से पहले केंद्रीय मंत्री का काफिला कुछ मिनट के लिए रुका, जिससे मजूमदार घायल कार्यकर्ताओं और उनके परिवारों से बातचीत करने के लिए अपना दौरा फिर से शुरू कर सके।
दूसरी तरफ, तृणमूल के प्रवक्ता जयप्रकाश मजूमदार ने कहा-उन्होंने अभी तक स्टेट कमेटी नहीं बनाई है। सुकांत मजूमदार स्टेट कमेटी बनाने में सक्रिय रूप से रुकावट डाल रहे हैं। दूसरी तरफ, शुभेंदु अधिकारी अपने तरीके से काम कर रहे हैं। असल में, कई गुट हैं। इसीलिए पुराने बीजेपी वाले सुकांत मजूमदार को गो बैक का नारा दे रहे है। असल में, उनकी पार्टी की हालत बहुत खराब है। उन्हें अब पार्टी को ठीक करने के लिए आगे बढ़ना होगा। लोग उनके साथ नहीं हैं, अब पार्टी वर्कर भी गो बैक का नारा दे रहे हैं। इससे बुरा और क्या हो सकता है।
