जावेद मर्डर केस: चचेरी बहन गिरफ्तार
जमीन विवाद को लेकर कुल्टी के नियामतपुर में हुई गोलीबारी की घटना में आसनसोल नगर निगम के कुल्टी बोरो कार्यालय के पूर्व ठेका कर्मी जावेद बारीक की हत्या के मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
आसनसोल: जमीन विवाद को लेकर कुल्टी के नियामतपुर में हुई गोलीबारी की घटना में आसनसोल नगर निगम के कुल्टी बोरो कार्यालय के पूर्व ठेका कर्मी जावेद बारीक की हत्या के मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
कुल्टी पुलिस सूत्रों के अनुसार, सोमवार सुबह उत्तर बंगाल के सिलिगुड़ी से फरहा नाज नामक महिला को गिरफ्तार किया गया। फरहा, मृतक की चचेरी बहन है। पुलिस ने उसके भतीजे फैजल सैयद को भी हिरासत में लिया। दोनों को मंगलवार को आसनसोल कोर्ट में पेश कर रिमांड की मांग की गई।
गौरतलब है कि बीते शुक्रवार रात करीब 10 बजे आसनसोल के कुल्टी थाना क्षेत्र के नियामतपुर के रहमान पाड़ा में सैयद जावेद बारीक को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस वारदात से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। घटना के कुछ ही घंटों बाद पुलिस ने उसी इलाके के निवासी इंतेखाब आलम नामक युवक को गिरफ्तार कर लिया। शनिवार सुबह उसे आसनसोल कोर्ट में पेश किया गया, जहाँ से उसे पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया।
पुलिस के अनुसार, घटना के समय दो मोटरसाइकिल सवारों ने सड़क पर जावेद बारीक को घेरकर गोली मारी। हमलावरों में से पीछे बैठे युवक ने प्वाइंट ब्लैंक रेंज से जावेद के सिर में गोली दागी। गोली लगते ही जावेद लहूलुहान होकर सड़क पर गिर पड़ा। आसपास के लोग गोलियों की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक हमलावर मोटरसाइकिल से फरार हो चुके थे।
पूरी घटना सड़क के मोड़ पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसका फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ। फुटेज में साफ दिख रहा है कि हमलावर पहले से ही सड़क किनारे इंतजार कर रहे थे। जैसे ही जावेद पैदल वहाँ पहुँचे, मोटरसाइकिल स्टार्ट की गई और पीछे बैठे युवक ने गोली चला दी।
स्थानीय लोग और परिजन जावेद को पहले कुल्टी स्थित एक निजी अस्पताल ले गए, और फिर आसनसोल जिला अस्पताल पहुँचाया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस की जांच में सामने आया कि जावेद का सिलिगुड़ी में ससुराल की जमीन को लेकर कुछ परिचितों के साथ विवाद चल रहा था। इससे पहले भी इस मुद्दे को लेकर झगड़े हो चुके थे।
मृतक की पत्नी सबनम खातून और परिवार के अन्य सदस्यों ने जमीन विवाद को हत्या का कारण बताया और पुलिस को कई संदिग्धों के नाम बताए। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इंतेखाब ने शूटरों को जावेद की जानकारी दी थी और जावेद को अस्पताल ले जाते समय खुद भी वहां मौजूद था।
परिवार की लिखित शिकायत के आधार पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया है। इस मामले की FIR में अब तक तीन लोगों के नाम शामिल हैं।