भगवान शिव को प्रिय हैं 7 फूल
सावन शिवरात्रि का पावन पर्व पूरे देश में मनाया जा रहा है| सावन महीने के प्रत्येक सोमवार की सुबह शिव भक्त महादेव की पूजा अर्चना कर शिव को जलाभिषेक करते हैं| शिवालयों में ब्रह्म मुहूर्त से ही शिवलिंग का जलाभिषेक हो रहा है|
सावन शिवरात्रि का पावन पर्व पूरे देश में मनाया जा रहा है| सावन महीने के प्रत्येक सोमवार की सुबह शिव भक्त महादेव की पूजा अर्चना कर शिव को जलाभिषेक करते हैं| शिवालयों में ब्रह्म मुहूर्त से ही शिवलिंग का जलाभिषेक हो रहा है| भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए भक्त उनको तरह-तरह के फूल, बेलपत्र, भांग, धतूरा, गंगाजल, शहद, गाय का दूध, दही, शक्कर, धूप, दीप आदि अर्पित कर करते हैं| जिसे जैसे मन है, वो वैसे अपने महादेव की पूजा करता है| हर भक्त भोलेनाथ की दर पर इस उम्मीद से जा रहा है कि बाबा विश्वनाथ उसकी झोली को भर देंगे| हर भक्त शिव पूजा की सामग्री में कोई कमी नहीं छोड़ा है लेकिन क्या आपको पता है कि भगवन शिव को कौन से फूल प्रिय हैं? सावन शिवरात्रि की पूजा में वो अपने हर भक्त से उम्मीद करते हैं कि वो उन्हें अवश्य ही अर्पित करेगा| यदि आप इस सावन शिवरात्रि पर भोलेनाथ को 7 में से कोई भी एक फूल अर्पित करने में सफल हो गए, तो आपका जीवन धन्य हो जाएगा| आप पर महादेव की कृपा होगी|
कहा जाता है कि भगवान को अपने भक्तों से कोई वस्तु नहीं चाहिए| वे तो भाव के भूखे हैं| भगवान अपने भक्त की भावना को देखते हैं कि वो जिस भावना से उनकी शरण में आता है, उसे उसी प्रकार का फल देते हैं| महादेव तो निराले हैं, उनको आप एक लोटा जल ही सच्चे मन से अर्पित कर दें तो वे प्रसन्न हो जाते हैं और अपने भक्त की मनोकामना पूरी कर देते हैं| आइए जानते हैं कि भगवान शिव को कौन से 7 फूल प्रिय हैं?
भगवान शिव को प्रिय हैं ये 7 फूल
1. इंद्रियों पर नियंत्रण : जो व्यक्ति अपने सभी इंद्रियों पर नियंत्रण करने में सफल होता है और वह महादेव की पूजा करता है, उसके इस गुण रूपी पुष्प से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं|
2. दया : महादेव को वो लोग अत्यंत प्रिय हैं, जो दया की भावना रखते हैं| वे दूसरों पर दया करते हैं| भगवान शिव भक्तों से चाहते हैं कि वे उनको दया रूपी पुष अर्पित करें|
3. शांति : भगवान भोलेनाथ को शांति रूपी तीसरा पुष्प प्रिय है जो भक्त शांति प्रिय है, जिसके मन में कोई उथल-पुथल नहीं है, अशांति से दूर रहता है| वह शिव प्रिय है|
4. तप : भगवान महाकाल महान तपस्वी हैं जो भक्त तप करता है| साधना करता है, वह शिव को प्राप्त कर सकता है| शिव पूजा में भक्तों को तप रूपी पुष्प अर्पित करना चाहिए|
5. क्षमा : जो व्यक्ति दूसरों को क्षमा करने का गुण रखता है| वह भगवान शिव का भक्त होता है| शिवजी को क्षमा रुपी पुष्प प्रिय है जो क्षमावान नहीं है, वह सच्चा शिव भक्त नहीं है|
भगवान शिव हर भक्त की मनोकामना पूरी करते हैं|
6. ध्यान : शिव को पाना है तो भक्त को ध्यान करना होगा| ध्यान रूपी पुष्प से भक्त अपने भगवान मुक्तेश्वर को पा सकता है|
7. सत्य : भगवान शंकर को सत्य प्रिय है जो भक्त सत्य के मार्ग पर चलता है और सत्य का पक्ष लेता है, वह शिव कृपा प्राप्त कर सकता है| अपनी पूजा में शिव जी को सत्य रूपी पुष्प अर्पित करें| महादेव आपकी झोली भर देंगे|