अचानक दुखद खबर से स्तब्ध हुआ फुटबॉल जगत
फुटबॉलर अंसुमाना क्रोमा की पत्नी पूजा दत्ता का निधन
निज संवाददाता : अचानक ही कोलकाता का फुटबॉल जगत शोक में डूब गया। पूर्व मोहन बागान और ईस्ट बंगाल फुटबॉलर अंसुमाना क्रोमा की पत्नी पूजा दत्ता, जिन्होंने विवाह के बाद सादिया नाम अपनाया था, अब इस दुनिया में नहीं रहीं। बुधवार सुबह अपनी पत्नी के निधन की खबर खुद इस लाइबेरियाई फुटबॉलर ने सोशल मीडिया पर साझा की। खबर सामने आते ही मैदान (कोलकाता फुटबॉल जगत) में शोक की लहर दौड़ गई।
पूजा दत्ता और अंसुमाना क्रोमा की प्रेम कहानी कभी फुटबॉल प्रेमियों के बीच चर्चा का विषय था। उनकी पहली मुलाकात हुई थी फेसबुक पर। वहीं से शुरू हुआ दोस्ती और फिर प्रेम का सिलसिला। सांस्कृतिक और भाषाई फासले पार करते हुए 2019 में दोनों ने विवाह किया। शादी के बाद पूजा ने इस्लाम धर्म अपना लिया और नाम रखा सादिया। दांपत्य जीवन के छह वर्षों में उनके दो बच्चे हुए। बड़ी बेटी की उम्र पांच साल और छोटे बेटे की उम्र मात्र दो महीने है।
लेकिन इस खुशहाल परिवार पर अचानक अंधकार छा गया। पूजा की मौत कैसे हुई, यह अब तक स्पष्ट नहीं है। मगर सोशल मीडिया पर अंसुमाना क्रोमा ने टूटे दिल से लिखा—तुम बहुत जल्दी हमें छोड़ गईं, सादिया। अभी भी विश्वास नहीं हो रहा। पांच और दो महीने के बच्चों को कैसे बताऊं कि उनकी मां अब नहीं रही? मेरी पत्नी अल्लाह के पास लौट गई जहां हम सभी को एक दिन लौटना होता है।
जुलाई 2024 में क्रोमा को ब्रेन स्ट्रोक हुआ था। उनका दाहिना हिस्सा सुन्न हो गया था। लंबे इलाज और पुनर्वास के बाद वे ठीक हुए और उस कठिन समय में पूजा ने ही सब कुछ संभाला था। अस्पताल से लेकर घर और बच्चों तक—उसने अकेले दम पर संघर्ष कर पति की जान बचाई थी। लेकिन नियति के क्रूर खेल में वही आज खुद चली गईं सदा के लिए।
क्रोमा के पूर्व साथी खिलाड़ी और प्रशंसक इस खबर से गहरे शोक में हैं। फुटबॉल जगत के कई लोगों ने कहा-पूजा और क्रोमा की प्रेम कहानी एक प्रेरणादायी उदाहरण थी, जहां न धर्म, न भाषा, न संस्कृति—कोई भी दीवार उनके प्यार को रोक नहीं सकी।
पूजा के असमय निधन से सिर्फ एक परिवार ही नहीं, बल्कि पूरा फुटबॉल जगत शोक में डूब गया है। वह महिला, जिसने कभी अपने पति को जीवन लौटाया था, आज खुद अनंत में विलीन हो गईं— पीछे छोड़ गईं अनगिनत यादें, दो नन्हे बच्चे और एक टूटे हुए दिल वाला पति।
आज कोलकाता का मैदान मौन है, हवा में घुली है एक अधूरी प्रेम कहानी की टीस—पूजा दत्ता, जो क्रोमा के जीवन की रोशनी बनी थीं, आज सदा के लिए स्मृतियों की छाया में खो गईं।