26 अगस्त को मनाई जाएगी हरतालिका तीज का व्रत

26 अगस्त को मनाई जाएगी हरतालिका तीज का व्रत

हिंदू धर्म में पति की लंबी आयु और अखंड सौभाग्य की कामना के लिए महिलाएं कई तरह के व्रत रखती हैं|

नयी दिल्ली :  हिंदू धर्म में पति की लंबी आयु और अखंड सौभाग्य की कामना के लिए महिलाएं कई तरह के व्रत रखती हैं| बात करें तीज व्रत की तो यह सुहागिन महिलाओं के लिए खास महत्व रखता है| पूरे साल में तीन तीज व्रत रखे जाते हैं, जिसमें हरियाली तीज, कजरी तीज और हरतालिका तीज व्रत शामिल हैं| ये सभी तीज व्रत का उद्देश्य और महत्व लगभग समान होता है| हालांकि सभी तीज व्रतों में हरतालिका तीज का व्रत सबसे कठिन माना जाता है, क्योंकि इसमें व्रती अन्न-जल का त्याग कर निर्जला व्रत रखती है| तीज का व्रत रखकर महिलाएं माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा करती हैं और अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मांगती हैं| सभी तीज व्रतों में हरतालिका तीज साल की आखिरी तीज होती है| हरतालिका तीज का व्रत भाद्रपद यानी भादो महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को रखा जाता है| इस साल हरतालिका तीज मंगलवार, 26 अगस्त को मनाई जाएगी|
सुहागिन स्त्रियों के लिए हरतालिका तीज का व्रत खास महत्व रखता है, जिसका सालभर वे बेसब्री से इंतजार करती हैं| क्योंकि इसी खास दिन पर महिलाएं निर्जला व्रत रखकर पति की दीर्घायु, अखंड सौभाग्य और सुखी वैवाहिक जीवन की कामना भी करती हैं| हरतालिका तीज का संबंध माता पार्वती के कठिन तप से है, जो उन्होंने शिव को पति के रूप में पाने के लिए किया था| वर्षों निर्जल उपवास रहकर पार्वती ने कठिन तपस्या की थी और आखिर में महादेव उन्हें प्राप्त हुए| हरतालिका तीज का कठिन व्रत रखकर इसी तरह महिलाएं भी अपने पति के साथ अटूट प्रेम और समर्पण की भावना को दर्शाती है| पति की लंबी आयु के साथ ही हरतालिका तीज का व्रत सुखी वैवाहिक जीवन के लिए भी रखा जाता है| मान्यता है कि श्रद्धापूर्वक इस व्रत को करने से दांपत्य जीवन में आपसी समझदारी, प्रेम और सौहार्द भी बढ़ता है| इस व्रत के माध्यम से शिव-पार्वती की तरह आदर्श वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है|

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