ममता ने बंगाल में आई बाढ़ के लिए भूटान को जिम्मेदार ठहराया
निज संवाददाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया कि भूटान से पानी छोड़ने की वजह से उत्तर बंगाल में बाढ़ आई। उन्होंने बाढ़ से हुए नुकसान और लोगों की मौत के लिए भूटान से मुआवजे की मांग की है। एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान ममता ने कहा कि हमें भूटान से आए पानी के कारण नुकसान उठाना पड़ा है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि वे हमें मुआवजा दें।
ममता ने जलपाईगुड़ी जिले के नागराकाटा के बामाडांगा इलाके में कई राहत शिविरों का दौरा किया। यह इलाका बीते 4 अक्टूबर को हुई भारी बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था। भारी बारिश के कारण पूरे इलाके में बाढ़ आ गई और दार्जिलिंग के ऊपरी इलाकों और उसके निचले इलाकों में बड़े पैमाने पर जान-माल का नुकसान हुआ। पश्चिम बंगाल के उत्तरी जिलों में भूस्खलन और बाढ़ से कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग बेघर हो गए।
मुख्यमंत्री ने कहा-मैं कुछ समय से भारत-भूटान संयुक्त नदी आयोग की स्थापना पर जोर दे रही हूं, और मेरी मांग है कि पश्चिम बंगाल को इसमें शामिल किया जाए। हमारे दबाव के चलते, इस महीने की 16 तारीख को एक बैठक निर्धारित है, और हमारे अधिकारी इसमें भाग लेंगे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने आपदाओं से निपटने के लिए राज्य को वित्तीय सहायता नहीं दी है।
इसी बीच बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के बीच जुबानी जंग जारी है। 6 अक्टूबर को बाढ़ प्रभावित इलाके के दौरे के समय बीजेपी सांसद खगेन मुर्मू और विधायक शंकर घोष पर जानलेवा हमला हुआ था। इस हमले के बाद पीएम मोदी ने भी इस घटना की निंदा करते हुए बंगाल में कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाया था। जिसके बाद ममता ने भी पलटवार करते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधा था।