सार्वजनिक रूप से शराब पीने का विरोध करने पर शिक्षक को सड़क पर पीटा
आरोपी एक युवती
सार्वजनिक रूप से शराब पीने का विरोध। करने पर एक शिक्षक को कथित तौर पर सड़क पर फेंककर बुरी तरह पीटा गया।
निज संवाददाता : सार्वजनिक रूप से शराब पीने का विरोध। करने पर एक शिक्षक को कथित तौर पर सड़क पर फेंककर बुरी तरह पीटा गया। आरोपी एक युवती है। कथित तौर पर, वह पांच-छह युवकों के साथ बैठकर शराब भी पी रही थी। वह भी दिन में। पड़ोस के एक तालाब के किनारे वह बैठी थी। जिस ड्राइंग टीचर पर हमला हुआ, उसने उसका विरोध किया और कथित तौर पर उसकी वजह से ही पिटाई हुई। आरोपी फरार हैं। बेलघरिया थाने की पुलिस घटना की जांच कर रही है।
निरुपम पाल, बेलघरिया के नंदननगर निवासी हैं। उन्हीं पर हमला हुआ था। पूरी घटना सड़क किनारे लगे सीसीटीवी कैमरे में दिखी। तालाब के किनारे किसी निर्माण कार्य के लिए ईंटें रखी गई थीं। उनके पीछे कुछ युवक और एक युवती बैठे थे। कैमरे में दिख रहा है कि हमला करने वाले ड्राइंग टीचर निरुपम पाल बाइक चला रहे थे। उनके पीछे एक और व्यक्ति था। सार्वजनिक रूप से शराब पीने को लेकर बहस शुरू हुई। निरुपम का पहले एक युवक से झगड़ा हुआ। इसी बीच, युवती दौड़ती हुई आई। उसके एक हाथ में जलती हुई सिगरेट थी। इसी हालत में उसने पहले शिक्षक पर हमला किया। तब तक उसके साथियों ने भी शिक्षक को घेर लिया। मारपीट, थप्पड़ और घूंसे का सिलसिला जारी रहा।
मारपीट के अलावा, आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी। ड्राइंग टीचर निरुपम पाल और उनका परिवार इस घटना से काफी डरा हुआ है। बेलघरिया थाने में आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई जा चुकी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी है। हालांकि, अभी तक आरोपियों का पता नहीं चला है।
पीड़ित शिक्षक ने कहा-"मैं एक समारोह से घर लौट रहा था। सुबह के 6 बज रहे थे। तभी मैंने देखा कि वह लड़का और लड़की सड़क किनारे बैठकर शराब पी रहे थे। लड़के ने पहले ही काफी शराब पी ली थी। मैंने विरोध किया। वे आए और मुझे पीटना शुरू कर दिया।"
खबर मिलने पर, बेलघरिया के स्थानीय पार्षद और नगर समिति के अध्यक्ष विश्वजीत साहा सुबह पीड़ित शिक्षक के घर गए। उन्होंने कहा-"खबर मिलते ही मैं मौके पर गया था। मैंने पार्षदों को बताया। जो भी ऐसी घटना को अंजाम दे, हम उसके पक्ष में नहीं हैं। प्रशासन त्वरित कार्रवाई करेगा।" पार्षद ने कहा-"शिक्षक की पिटाई बहुत दुखद है। लेकिन सिर्फ़ शिक्षक ही क्यों? अगर कोई आम आदमी विरोध करता है, तो उसकी पिटाई ग़लत है। लेकिन सुबह 6 बजे जनप्रतिनिधि को यह नहीं दिखेगा कि कौन बैठकर शराब पी रहा है। मैंने प्रशासन को बता दिया है कि त्वरित कार्रवाई की जाएगी।"