1 अगस्त – वर्ल्ड लंग कैंसर डे: बीमा (Insurance) – एक मजबूत ढाल अनिश्चितता के खिलाफ
By Rohit Mittal
1 अगस्त 2025 — फेफड़ों का कैंसर (Lung Cancer) आज दुनिया का सबसे ज़्यादा होने वाला और सबसे जानलेवा कैंसर है। हर साल करीब 25 लाख नए केस और 18 लाख मौतें सिर्फ इसी बीमारी से होती हैं।
वर्ल्ड लंग कैंसर डे हमें न सिर्फ इस बीमारी की गंभीरता, बल्कि इसके इलाज की भारी खर्चीली प्रक्रिया को भी समझने का मौका देता है। और इस आर्थिक चुनौती से निपटने में बीमा (Insurance) एक अहम रोल निभा सकता है।
🇮🇳 भारत की स्थिति
भारत में कैंसर के केस लगातार बढ़ रहे हैं और 2025 तक इनकी संख्या 15.7 लाख तक पहुंचने की उम्मीद है। फेफड़ों का कैंसर खासकर पुरुषों में सबसे आम है, जिससे हर साल करीब 60,000 लोगों की जान जाती है।
चौंकाने वाली बात यह है कि भारत में इसकी औसत उम्र सिर्फ 59 साल है, जो कि ग्लोबल औसत से काफी कम है। इसके मुख्य कारण हैं:
धूम्रपान (Tobacco)
वायु प्रदूषण (Air Pollution)
लकड़ी/कोयले से खाना बनाना (Biomass fuel)
🛡️ बीमा कैसे मदद करता है?
फेफड़ों के कैंसर का इलाज ₹10 लाख से ₹1 करोड़ तक जा सकता है। ऐसे में हेल्थ बीमा, लाइफ इंश्योरेंस और कैंसर-स्पेसिफिक पॉलिसी बहुत काम आती हैं:
✅ Financial Protection
डायग्नोसिस के समय एकमुश्त रकम मिलती है, चाहे कैंसर शुरुआती स्टेज में हो या एडवांस।
✅ Income Replacement
अगर मरीज काम नहीं कर सकता तो क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी के तहत इनकम सपोर्ट मिलता है।
✅ Life Cover
अगर किसी की मौत हो जाए, तो जीवन बीमा उनके परिवार को फाइनेंशियल सिक्योरिटी देता है।
📌 स्मार्ट बीमा प्लानिंग कैसे करें?
1. जल्दी लें बीमा – हेल्दी रहने पर प्रीमियम कम और अप्रूवल आसान होता है।
2. Early-stage कवर जरूर हो – सिर्फ एडवांस स्टेज कवर वाली पॉलिसी से बचें।
3. Fine print जरूर पढ़ें – कुछ पॉलिसी स्मोकिंग से जुड़े कैंसर को कवर नहीं करतीं।
4. Riders जोड़ें – हेल्थ + लाइफ + क्रिटिकल इलनेस का कॉम्बिनेशन सबसे बेहतर सुरक्षा देता है।
💬 रियल इम्पैक्ट
अगर लंग कैंसर जल्दी पकड़ में आ जाए तो बचने की संभावना 25% से बढ़कर 60% तक हो जाती है। बीमा की वजह से लोग इलाज में देरी नहीं करते, तनाव कम होता है, और परिवार को मानसिक शांति मिलती है।
🙏 एक संकल्प – आज के दिन
इस वर्ल्ड लंग कैंसर डे, आइए हम सब मिलकर:
खांसी, सीने में दर्द, सांस फूलने जैसे लक्षणों के लिए जागरूक हों
स्क्रीनिंग और साफ हवा के लिए सपोर्ट करें
और समय पर एक कंप्रीहेंसिव इंश्योरेंस प्लान लें
🕊️ क्योंकि जब बीमारी दस्तक देती है, तो Financial तैयारियाँ ही डर को उम्मीद में बदल सकती हैं।
✍️ By Rohit Mittal
Vice President – Insurance | IIM Indore | XLRI Jamshedpur | NIT