ममता की पार्टी के 2 सांसदों की लड़ाई संसद पहुंची
कल्याण बनर्जी का चीफ व्हिप से इस्तीफा , महुआ मोइत्रा ने उन्हें सुअर कहा था|
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ सांसद कल्याण बनर्जी ने लोकसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा दे दिया| उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें सांसदों के बीच खराब समन्वय के लिए गलत तरीके से दोषी ठहराया जा रहा है|
नयी दिल्ली : तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ सांसद कल्याण बनर्जी ने लोकसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा दे दिया| उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें सांसदों के बीच खराब समन्वय के लिए गलत तरीके से दोषी ठहराया जा रहा है| कल्याण के इस्तीफे के बाद पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी को लोकसभा में अपना नया नेता नियुक्त किया गया है| यह पूरा फेरबदल पार्टी के संसदीय दल में अव्यवस्था को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच हुआ है, जिसमें सांसदों की गैरमौजूदगी और सार्वजनिक रूप से झगड़े शामिल हैं| दरअसल, पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर से सांसद महुआ मोइत्रा और श्रीरामपुर से सांसद कल्याण बनर्जी के बीच पिछले कुछ दिनों से जुबानी जंग चल रही है| हाल ही में एक मीडिया हाउस को दिए एक पॉडकास्ट में महुआ ने कल्याण बनर्जी की तुलना सुअर से की थी| इसके बाद टीएमसी चीफ सीएम ममता बनर्जी ने संसदीय दल की वर्चुअल मीटिंग की और सांसदों से संयमित व्यवहार करने को कहा|
हालांकि, इसके बाद कल्याण ने इस्तीफा दे दिया| उन्होंने आरोप लगाया कि सांसदों के बीच समन्वय की कमी के लिए उन्हें दोषी ठहराया जा रहा है| कल्याण ने सांसद महुआ मोइत्रा पर सार्वजनिक रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने का भी आरोप लगाया| उन्होंने कहा कि मैंने सुश्री महुआ के एक पॉडकास्ट में की गई व्यक्तिगत टिप्पणियों को सुना| उनके शब्दों का चयन, जिसमें एक साथी सांसद की तुलना सुअर से करने जैसी अमानवीय भाषा भी शामिल है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है| जो लोग सोचते हैं कि गाली-गलौज, सार की जगह ले सकती है, उन्हें अपनी राजनीति पर गौर करना चाहिए|
यह किस तरह के खोखलेपन को उजागर करती है| जब कोई जनप्रतिनिधि गाली-गलौज और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करता है तो यह उसकी ताकत नहीं, बल्कि असुरक्षा को दर्शाता है| मैं यह स्पष्ट रूप से कह दूं कि मैंने सार्वजनिक जवाबदेही और व्यक्तिगत आचरण के सवालों पर बात की, जिनका सामना करने के लिए हर सार्वजनिक व्यक्ति को तैयार रहना चाहिए- चाहे वह पुरुष हो या महिला|