फ्रांस ने मेडागास्कर के राजा की खोपड़ी लौटाई
128 साल पहले सिर काटकर ले गए थे फ्रांसीसी सैनिक
ट्रॉफी की तरह म्यूजियम में रखी थी
पेरिस : फ्रांस ने मेडागास्कर को तीन औपनिवेशिक काल की खोपड़ियां वापस की हैं| इनमें से एक खोपड़ी के बारे में माना जाता है कि यह मालागासी राजा टोएरा की है| साल 1897 में फ्रांसीसी सैनिकों ने राजा टोएरा का सिर काट दिया था| उस समय फ्रांस ने इसे ट्रॉफी की तरह पेरिस ले जाकर नेशनल हिस्ट्री म्यूजियम में रख दिया था| बाकी दो खोपडियां साकालावा जातीय के लोगों की हैं| यह वापसी फ्रांस में 2023 में पारित एक नए कानून के बाद संभव हुई है| इस कानून में मानव अवशेषों को उनके मूल देशों को लौटाने की अनुमति है| इसी कानून के तहत पहली बार मेडागास्कर को यह खोपड़ियां सौंपी गईं|
इसके बाद फ्रांस ने पहली बार किसी देशों को उसे पूर्वजों के अवषेशों को लौटाए| इसके बाद ऑस्ट्रेलिया और अर्जेंटीना सहित कई देश भी फ्रांस से अपने पूर्वजों के अवशेषों की मांग कर रहें है| अब ये खोपड़ियां रविवार को मेडागास्कर वापस ले जाई जाएंगी और वहां दफनाई जाएंगी| फ्रांस की संस्कृति मंत्री रचिदा दाती ने कहा कि खोपड़ियां लाना औपनिवेशिक हिंसा से जुड़ा मामला था और इंसानी इज्जत के खिलाफ था| मेडागास्कर की संस्कृति मंत्री वोलामिरांती डोना मारा ने इसे दोनों देशों के रिश्तों में ‘एक नए युग की शुरुआत’ बताया| उन्होंने कहा कि पिछले 128 सालों से राजा टोएरा और साकालावा लोगों की खोपड़ियां वहां न होने की वजह से उनके देश के दिल में जैसे एक ‘खुला घाव’ बना हुआ था| फिलहाल वैज्ञानिकों ने जांच करके ये तो पक्का कर दिया है कि खोपड़ियां साकालावा समुदाय की हैं, लेकिन यह पूरी तरह से नहीं कहा जा सकता कि इनमें से कोई खोपड़ी सच में राजा टोएरा की है| फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने 2017 में सत्ता में आने के बाद अफ्रीका में किए गए फ्रांसीसी अत्याचारों को स्वीकारना शुरू किया| इसी साल अप्रैल में जब वे मेडागास्कर की राजधानी एंटानानारिवो गए थे, तो उन्होंने फ्रांस के अत्याचारों लिए क्षमा मांगने की बात कही थी|