बंगाल में 2.45 लाख वोटर फॉर्म हुए रद्द

सबसे ज़्यादा आवेदन सीमावर्ती इलाकों से रिजेक्ट किए गए

बंगाल में 2.45 लाख वोटर फॉर्म हुए रद्द

निज संवाददाता : बंगाल में मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के लिए आए 10.04 लाख आवेदनों में से 2.43 लाख से ज़्यादा रद्द कर दिए गए हैं। राज्य के चीफ इलेक्शन ऑफिसर के कार्यालय से मिले आकड़ों के अनुसार, सबसे ज़्यादा आवेदन सीमावर्ती इलाकों जैसे उत्तर 24 परगना, मुर्शिदाबाद और दक्षिण 24 परगना से रद्द हुए हैं।

यह जानकारी चीफ इलेक्शन कमिश्नर ज्ञानेश कुमार की 10 सितंबर को होने वाली देश भर के सीइओ के साथ महत्वपूर्ण बैठक से पहले सीइओ मनोज अग्रवाल द्वारा चुनावी नामांकन की तैयारियों (1 जून से 7 अगस्त के बीच) की समीक्षा के दौरान सामने आई।

सबसे ज़्यादा आवेदन रद्द होने वाले इलाके हैं : उत्तर 24 परगना (30,815), मुर्शिदाबाद (28,533), दक्षिण 24 परगना (25,132), नदिया (14,108), मालदा (12,788) और कूचबिहार (11,209)। हालांकि, हुगली (15,457) सीमावर्ती जिला नहीं है, फिर भी यहां बड़ी संख्या में आवेदन रद्द हुए हैं। विपक्षी दल बीजेपी ने कई बार सीमावर्ती जिलों में फर्जी मतदाताओं की शिकायत की है।

आंकड़ों से पता चलता है कि लगभग 25 प्रतिशत आवेदन रद्द कर दिए गए हैं। एक अधिकारी ने बताया कि आवेदन के दौरान 3.46 लाख वोटर्स को मतदाता सूची में शामिल किया गया है। 2.68 लाख आवेदनों का वेरिफिकेशन अभी भी जारी है। सुनवाई और अन्य कारणों से 1.3 लाख आवेदन अभी भी लंबित हैं।

दिलचस्प बात यह है कि बिहार एसआईआर से पहले, 1 मार्च से 31 मई, 2025 के दौरान, बंगाल में नए मतदाता नामांकन के लिए फॉर्म 6 के लगभग 50 प्रतिशत आवेदन रद्द कर दिए गए थे। इस अवधि में, कुल 2.33 लाख में से, फॉर्म 6 के माध्यम से 1,16,641 आवेदन रद्द कर दिए गए, जबकि 1,16,329 स्वीकार किए गए।

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