एसआईआर दो-तीन महीने में नहीं, तीन-चार साल लगते हैं’

उत्तर बंगाल रवाना होने से पहले ममता ने कहा

एसआईआर दो-तीन महीने में नहीं, तीन-चार साल लगते हैं’

निज संवाददाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार दोपहर उत्तर बंगाल जाते समय कोलकाता हवाई अड्डे पर खड़े होकर एक बार फिर एसआईआर के खिलाफ टिप्पणी की।  उन्होंने यह भी कहा कि एसआईआर की यह प्रक्रिया दो-तीन महीने में पूरी नहीं होती। इसे पूरा होने में तीन-चार साल लग जाते हैं।
मालूम हो कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने आधार कार्ड को मतदाता सूची दस्तावेज़ से जोड़ने को कहा था। इसका ज़िक्र करते हुए ममता ने कहा कि आधार कार्ड भी अब एक पहचान पत्र है। जिनके पास नहीं है, उन्हें बनवा लेना चाहिए। इसके साथ ही, जब उनसे नेपाल के मौजूदा हालात के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगी। वह तभी टिप्पणी करेंगी जब केंद्र सरकार कुछ कहेगी।
बिहार में मतदाता सूची के एसआईआर को लेकर उस राज्य के विपक्षी दलों ने कई शिकायतें की हैं। तृणमूल कांग्रेस ने भी इस पर अपनी बात रखी है।  मंगलवार को कोलकाता के नेताजी सुभाष हवाई अड्डे पर  ममता ने फिर कहा कि तृणमूल एसआईआर के खिलाफ है। उन्होंने कहा-एसआईआर प्रक्रिया में तीन-चार साल लगते हैं। यह दो-तीन महीनों में नहीं होता। 
सोमवार को एसआईआर मामले की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि बिहार के एसआईआर में आधार कार्ड को पहचान के प्रमाण के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका ज़िक्र करते हुए ममता ने कहा कि आधार कार्ड अब 'पहचान' भी है। उन्होंने कहा-जिनके पास आधार कार्ड नहीं है,  वे बनवा लेंगे।  उन्होंने कहा कि मतदाता पहचान पत्र (ईपीआईसी) को भी इस दस्तावेज़ के रूप में माना जाना चाहिए।
ममता मंगलवार को कोलकाता से बागडोगरा के लिए रवाना हुईं। सिलीगुड़ी में विकास परियोजनाओं पर उनकी एक प्रशासनिक बैठक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिलीगुड़ी में विकास परियोजनाओं पर एक बैठक है। इस मौके पर पट्टे दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा-मैं बुधवार को जलपाईगुड़ी जाऊंगी। 11 हज़ार पट्टे तैयार हैं। मैं उन्हें दे दूंगी। परसों कोलकाता लौटूंगी।
नेपाल में युवा विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। तनाव के माहौल में 19 लोगों की जान जा चुकी है। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली पहले ही इस्तीफ़ा दे चुके हैं। इस बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में ममता ने कहा-नेपाल मेरा देश नहीं है। मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकती। हम इसे एक पड़ोसी देश के रूप में प्यार करते हैं। अब अगर भारत सरकार कुछ कहती है, तो हम भी कुछ कहेंगे।  इसके बाद उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी और कलिम्पोंग में नेपाल के साथ एक विशाल सीमा लगती है। उन्होंने वहां शांति बनाए रखने का आह्वान किया।

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