राज्य के 12 दलों की मान्यता रद्द होने के मुहाने पर
चुनाव आयोग ने जारी किया नोटिस
निज संवाददाता : दिवंगत सुभाष घीसिंग द्वारा स्थापित गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट (जीएनएलएफ) और उत्तर बंगाल के अलगाववादी नेता अतुल राय द्वारा स्थापित कामतापुर प्रोग्रेसिव पार्टी (केपीपी) का राजनीतिक अस्तित्व अब सवालों के घेरे में है। पिछले वर्ष किसी भी चुनावी गतिविधि में भाग न लेने के कारण, राज्य के कुल 12 पंजीकृत राजनीतिक दलों की मान्यता रद्द करने पर चुनाव आयोग ने सवाल उठाया है।
नोटिस प्राप्त दलों की सूची में नेशनलिस्ट तृणमूल कांग्रेस पार्टी, अंबेडकरवादी पार्टी, पर्वतीय प्रजातांत्रिक पार्टी, पश्चिम बंगाल राज्य मुस्लिम लीग, निर्यातिता समाज क्रांतिकारी पार्टी सहित कुछ अन्य दल भी शामिल हैं। आयोग ने कहा है कि इन दलों को लंबे समय से निष्क्रिय रहने का कारण बताना होगा।
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