चीन की F-5C मिसाइल बेहद खतरनाक है, जिसकी मारक क्षमता 20,000 किलोमीटर तक है। यह परमाणु बम से 200 गुना ज्यादा शक्तिशाली मानी जाती है और दुनिया के किसी भी कोने में हमला कर सकती है। इसके अलावा, इसे कम समय में लॉन्च किया जा सकता है
जो इसे एक प्रलयकारी हथियार बनाता है।
चीन ने अपनी विजय परेड में अपनी सैन्य शक्ति का प्रभावशाली प्रदर्शन किया, जिसमें F-5C मिसाइल के साथ-साथ हाइपरसोनिक हथियार, लेजर सिस्टम और पानी के नीचे चलने वाले ड्रोन शामिल थे, जिन्होंने दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा।
चीन ने 3 सितंबर 2025 को अपनी सबसे भव्य विजय परेड का आयोजन किया, जिसमें देश ने अपनी सैन्य और तकनीकी ताकत का प्रभावशाली प्रदर्शन किया। इस परेड में राष्ट्रपति शी जिनपिंग रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ मंच साझा करते नजर आए। परेड में हाइपरसोनिक मिसाइलें, लेजर हथियार, ड्रोन जैसे अत्याधुनिक हथियारों को शामिल किया गया, जो चीन की बढ़ती सैन्य क्षमता और वैश्विक सुरक्षा नीति का संकेत हैं।
परंपरागत हथियारों के साथ, F-5C लिक्विड फ्यूल वाली इंटरकॉन्टिनेंटल परमाणु मिसाइल ने सबसे ज्यादा ध्यान आकर्षित किया। इसकी मारक क्षमता 20,000 किलोमीटर है और यह किसी भी जगह को निशाना बना सकती है। यह मिसाइल तीन हिस्सों में विभाजित होकर अलग-अलग वाहनों से ले जाई जा सकती है, जिससे इसे तैनात करना बेहद आसान हो जाता है। यह मिसाइल तेजी से लॉन्च की जा सकती है और इसमें अत्याधुनिक नेविगेशन सिस्टम है, जो इसे अत्यंत खतरनाक बनाता है।
वैश्विक सुरक्षा विशेषज्ञ इस परेड को चीन की उभरती सैन्य शक्ति और रणनीतिक दावों का संकेत मान रहे हैं। इसने न केवल एशिया-प्रशांत क्षेत्र में, बल्कि वैश्विक स्तर पर शक्ति संतुलन को प्रभावित करने की क्षमता को उजागर किया है। विशेषज्ञों के मुताबिक, चीन इस परेड के जरिए यह संदेश देना चाहता है कि वह अब विश्व की निर्णायक शक्तियों में से एक है।