आरजी कर कांड की बरसी पर अभया के माता-पिता ने जताया अपना गुस्सा
-कहा-सीबीआई बिकी नहीं है, इसकी गारंटी नहीं दे सकते'
उन्होंने कहा-"सीबीआई बिकी नहीं है, इसकी गारंटी नहीं दे सकते।" साथ ही, उन्होंने चेतावनी दी-"जब तक उनकी बेटी की मौत का रहस्य सुलझ नहीं जाता, हम यह लड़ाई नहीं छोड़ेंगे।"
निज संवाददाता : आरजी कर मेडिकल कालेज अस्पताल में रेप के बाद मर्डर हुई लेडी डाक्टर अभया की मौत की बरसी पर, उसके माता-पिता ने अपने दुःख को सीने में दबाए हुए सीबीआई पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा-"सीबीआई बिकी नहीं है, इसकी गारंटी नहीं दे सकते।" साथ ही, उन्होंने चेतावनी दी-"जब तक उनकी बेटी की मौत का रहस्य सुलझ नहीं जाता, हम यह लड़ाई नहीं छोड़ेंगे।"
मालूम हो कि आरजी कर कांड के एक साल बीत गए हैं। अभया के साथ हुए अत्याचार की बरसी पर शुक्रवार को पश्चिम बंगाल जनता लोकतांत्रिक मोर्चा ( डब्ल्यूबीजेडीएफ) ने रात्रिकालीन धरने (रात दखल अभियान) का आह्वान किया था। इसी तरह, रात 9 बजे जूनियर डॉक्टरों ने कॉलेज स्क्वायर से मशाल जुलूस निकाला। प्रदर्शनकारी अभया के लिए न्याय की मांग करते हुए नारे लगाते देखे गए। जुलूस के श्यामबाजार पहुंचने के बाद, प्रदर्शनकारियों ने एक सभा का आयोजन किया। अभया के माता-पिता वहां मौजूद थे। अभया के पिता ने मंच से राज्य पुलिस के साथ-साथ सीबीआई पर भी सीधा निशाना साधा। उन्होंने कहा-"सीबीआई कहती है कि हमें चार दिन बाद केस मिला, चार दिन में सब कुछ साफ़ हो गया। परसों हम दिल्ली स्थित सीबीआई कार्यालय गए थे। उन्होंने 93 फ़ोरेंसिक रिपोर्ट दीं। उन्हें इन 93 रिपोर्टों में छिपी सारी जानकारी पता है, फिर भी वे आंखें मूंदे हुए हैं। कुछ मत बोलो।" सीबीआई निदेशक पर निशाना साधते हुए अभया के पिता ने कहा-"निदेशक कहते हैं कि हम केस छोड़ देंगे। वे इस बात को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं कि संजय रॉय के अलावा कोई भी दोषी नहीं है। साफ़ है कि कहीं न कहीं कोई साज़िश ज़रूर है।" उन्होंने कोलकाता पुलिस पर निशाना साधते हुए कहा-"उनके बारे में जितना कम कहा जाए, उतना ही अच्छा है। यह पुलिस प्रशासन तृणमूल कांग्रेस का नौकर है। और मैं गारंटी नहीं दे सकता कि सीबीआई बिकी हुई नहीं है।"
मंच से अभया की मां ने कहा-"आरजी कर मामले में अपराधी छिपे हुए हैं। चेस्ट मेडिसिन के कुछ लोग इस घटना में शामिल हैं। इस नाइट ऑक्युपाई (रात दखल अभियान) में नाइट ऑक्युपाई का कोई नहीं है। उनमें से कोई क्यों नहीं है? मैं चेस्ट मेडिसिन विभाग के प्रमुख से मिली। अगर संजीव घोष को कुछ नहीं पता, तो शव को पोस्टमार्टम के लिए क्यों भेजा गया? सीबीआई को तोते की तरह पढ़ाया गया है-संजय के अलावा कोई नहीं है। यही कहा जा रहा है। जब तक मेरी बेटी की हत्या का रहस्य उजागर नहीं हो जाता, हम लड़ाई नहीं छोड़ेंगे।" अभया की मां ने मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और पुलिस मंत्री के इस्तीफे की मांग की।